कस्बे के राउमावि में चल रहे पांच दिवसीय निष्ठा शिक्षक प्रशिक्षण शिविर में सीबीईओ नृपतिसिंह गुर्जर ने संभागियों को व्याख्यान दिया। शिविर प्रभारी एसीबीईओ सुरेश परमार ने शिक्षकों को ही छात्र के भाग्य का असली निर्माता बताते हुये हरेक शिक्षक में लीडरशिप के गुण होने की बात कही। सीबीईओ नृपतिसिंह गुर्जर ने कहा कि बच्चो को किताब से हटकर सरल भाषा में ज्ञान कराना ही शिक्षक की सबसे बडी व कड़ी परीक्षा हैं। क्योंकि कोई भी पाठ्यक्रम व पुस्तक कितनी ही वैज्ञानिक और सुरुचिपूर्ण क्यों न हों। परन्तु अध्यापन कार्य मे शिक्षक की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती हैं। इसलिए शिक्षकगणों से आशा हैं कि आप इन शिविरों का लाभ लेकर नई पुस्तकों के माध्यम से भाषा के ज्ञान को छात्रों के दिलो दिमाग में उतारने का भरसक प्रयास करेगें। इसके बाद मुख्य प्रशिक्षक युधिष्ठिरसिंह व दक्ष प्रशिक्षक मुकेश बंसल, प्रवीन मदेरणा, शेरसिंह व किशन सिंह ने संभागी शिक्षकों को बच्चो का सर्वांगीण विकास करने, शारीरिक, मानसिक क्षमता को परखने, विद्यालय आधारित आंकलन करने व समस्त सूचनाओं को बनाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बच्चों को किताबों के साथ भाषा ज्ञान भी कराएं : सीबीईओ